Ramlila @ Bamoli जय-जय श्री राम| स्वयंवर में शिव धनुष तोड़ा राम ने और परशुराम हुये आग बबूला। जयमल चंद्रा की Report
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा द्वारीखाल
उत्तराखंड के पहाड़ की वादियां आजकल श्री राम और माता सीता के जयकारा से गुंजायमान हो रही हैं। भक्ति और अध्यात्म के रंग मे रंगे भक्तगण रामलीला मंचन मे प्रभु श्री राम की लीलाओं का फुरसत के इन पलों मे आनन्द उठाकर धर्म लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रवासी भी रामलीला मंचन मे अपना सहयोग देने पहुंचे हैं।
द्वारीखाल ब्लॉक के बमोली मे विगत 8 नम्बर से भव्य एवं दिव्य रामलीला का मंचन श्री आदर्श रामलीला समिति बमोली के द्वारा किया जा रहा है।जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रवासी पहुंचकर अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। बीति रात्रि सीता स्वयंवर की लीला का मंचन किया गया। प्रथम दृश्य के रूप मे मुनि विश्वामित्र का मिथिलापुरी मे प्रवेश से रामलीला के मंचन का शुभारम्भ हुआ। उसके उपरांत सीता का सखियों सहित वाटिका में विचरण,राजा जनक के दरबार मे शिव धनुष तोड़ने के लिए राजाओं का प्रवेश, रावण-बाणासुर संवाद, राम द्वारा धनुष तोड़ना, लक्ष्मण-परशुराम संवाद, बरात आगमन, स्वम्बर की रस्मे आदि लीलाओं का सुंदर एवं मार्मिक मंचन कलाकारों द्वारा किया गया।
रावण का प्रवेश व बाणासुर के साथ संवाद ने श्रद्धालुओ को रोमांचित एवं आकर्षित किया। सुप्रसिद्ध लोकगायक बमोली का ही बेटा राकेश टम्टा भी आज की लीला में आकर्षण का केंद्र रहे, उनके सुन्दर व मधुर गीत-संगीत ने सबको झूमने के लिए मजबूर कर दिया। साथ ही कंडाखणी के अंकित बलूनी ने भी समा बांधते हुए सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया।
राम – सन्तोष कुमार
सीता- संदीप सिंह रावत
लक्ष्मण- शुधाकर चंद्रा
दशरथ- ओम प्रकाश
जनक- महिमा नन्द
रावण- भूपेन्द्र सिंह
बाणासुर- बलजीत सिंह
परशुराम- धर्मपाल