Uttarakhand News….यहां खतरे की घंटी बजा रही नदी.. लेकिन प्रशासन को सुनायी नहीं देती| अनिल शर्मा की Report
सिटी लाइव टुडे, अनिल शर्मा, लालढांग
लालढांग के रवासन नदी खतरे की घंटी बजा रही है। इस खतरे की घंटी की आवाज सुनकर ग्रामीणों के कान खड़े हो गये हैं लेेकिन प्रशासन की कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है। ग्रामीण डरे-सहमे हैं और गुस्से में भी।
दरअसल, रवासन नदी का बहाव कटान कर रहा है और यहां कटान आवासीय क्षेत्र की ओर हो रहा है। हाल ऐसा ही रहा तो कटान करते-करते नदी आवासीय क्षेत्रों तक पहुंच सकती है। मौजूदा हाल यह हैं कि कृषि भूमि तक नदी कटान कर चुकी है। ऐसे में ग्रामीण स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों को डर सता रहा है कि हाल यही रहा तो नदी के कटान-कटान करते आवासीय क्षेत्रों तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगने वाला है।
रसूलपुर मीठीबेरी के ग्राम प्रधान कमलेश द्विवेदी का कहना है कि शासन-प्रशासन केवल प्रशासन रिपोर्ट तक सिमटा जबकि गांव को नदी से बहुत ज्यादा खतरा हो रहा है कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है कभी भी नदी का रुख गांव की तरफ हो सकता है और लोगों की कृषि भूमि को भी काफी नुकसान हो रहा है परंतु शासन प्रशासन रिपोर्ट तक ही सीमित है धरातल पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है
ग्राम प्रधान कमलेश द्विवेदी ने बताया कि शासन-प्रशासन केवल रिपोर्ट तक सीमित है धरातल पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है जिसमें लोगों में आक्रोश है।