Dehradun news..गजलों की बारिश में भीगी ” रूमुक “|वीरांन, मधुसूदन, जगमोहन को गजलश्री सम्मान| Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
अपने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार की शाम गढ़वाली गजलों की स्वरलहरियों और गजलश्री व देवभूमि कीर्ति सम्मान के नाम रही। जितना दिव्य माहौल सम्मान समारोह का रहा उतना ही दिव्य गजलों की प्रस्तुतियों का भी। दिव्यता और भव्यता के अद्भुत संगम बने इस कार्यक्रम में लोक संस्कृति के तमाम आयाम साकार हुये। गजल लेखक गणेश वीरांन, मधुसूदन थपलियाल व जगमोहन बिष्ट को गजलश्री सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा लोक संस्कृति के कई हस्ताक्षरों को देवभूमि कीर्ति सम्मान से अलंकृत किया। गजल गायक अमित सागर ने गजलों की ऐसी तान छेड़ी कि लोक संस्कृति के तमाम रंग एकसार हो गये और वहां मौजूद हर कोई लोक संस्कृति के इन्हीं रंगों में रंग गया।
दिल्ली की संस्था रॉक स्मिथ की ओर से संस्कृति विभाग में आयोजित रूमुक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत मौजूद रहे। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुये कहा कि ऐसे आयोजनों से लोक जीवन से जुड़े तमाम पहलुआंे का विस्तार व प्रचार होता है। उन्होंने इसके लिये आयोजकों की सराहना भी की।
गजल लेखन क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहे गणेश वीरांन को गजलश्री सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा गजलकार मधुसूदन थपलियाल व जगमोहन बिष्ट को भी गजलश्री से नवाजा गया।
इसी प्रकार से देवभूमि कीर्ति सम्मान पाने वालों में घनानंद गगोडिया, लोक गायिका मीना राणा, आर०जे० देवांगना, पं माहेन सिंह रावत, श्रीनेष्ट टोलिया, नरेन्द्र रौथाण, शक्ति प्रकाश जिज्ञासु, गिरीश पैन्यूली, न्यूरो सर्जन महेश कुडियाल,विपिन बलूनी, आए जे० काव्या, प्रीतम सिंह रावत, अमित उपाध्याय, तथा कई सामाजिक संस्था, धाद, गढ़वाल सभा, गढ़वाल मातृमाडल, पहाड़ी महासभा हरिद्वार, उफतारा को सम्मानित किया गया।
अमित सागर की गजलों ने देर रात तक कार्यकम में समां बांधे रखा। अपनी पिड़ा, कैमा नि सुणा दगड्या, लाटू सी रगर्यांदू रौ, तेरा सौं, तौं दुलमी आंख्यूं मां आदि गजलों ने खूब वाहवाही बटोरी।
इस मौके पर बलदेव सिंह राणा, देबू रावत, संजय कुमोला, दिनेश नेगी, संगीता ढौढियाल, रणजीत सिंह, मदन मोहन डुकलान, आाशीष सुन्द्रियाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के आयोजक रॉक स्मिथ संस्था के अध्यक्ष शिव आनंद दूबे ने उपास्थित श्रोताओं और मुख्य अतिथियों का आभार प्रकट किया। संचालन योगम्बर पोली किया।