खतरे की घंटी बजा रहा द्वारीखाल-डांडामंडी मोटर मार्ग| साभार-कमल उनियाल
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
पहाड़ों में बदहाल सड़कों की स्थिति किसी से छिपी नहीं हैं। योजनाओं कितनी धरातल पर उतर रही है इसकी एक बागनी है जनपद पौड़ी के यमकेश्वर क्षेत्र का द्वारीखाल-डाडामंडी मोटर मार्ग। बदहाली के दौरे से गुजर रहा यह मोटर मार्ग खतरे की घंटी बजा रहा है। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। ऐसे में ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उक्त मोटर मार्ग को दुरूस्त नहीं किया गया तो आंदोलन किया जायेगा।
द्वारीखाल-डाडामंडी मोटर मार्ग के पर नजर डालें तो यह मोटर मार्ग ए०डी०बी० के द्वारा निर्मित किया गया। बताया जाता है कि करीब 13 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद मोटर मार्ग के हाल खस्ताहाल हैं। जागरूक नागरिकांें का कहना है कि पहले लोक निर्माण विभाग दुगडा द्वारा 1985-86 में उक्त मोटर मार्ग का निर्माण हुआ था जिसमें उत्तर प्रदेश परिवहन की बसे भी चलती थी ए०डी०बी० द्वारा बनवायी गयी यह मार्ग तीन साल के अनुरक्षण के बाद विभाग को हस्तगत किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व प्रधान तोली धीरज सिह ने बताया लोक निर्माण विभाग द्वारा पुस्ता स्कवर का कार्य करवाये गये पर यह कार्य पहली बरसात भी नहीं झेल पाया पुस्ते ढह गये ओर नालिया़ मलबे के ढेर में तबदील हो गये। जोकि एक बडे हादसे का संकेत दे रही हैं यही नहीं विभाग द्वारा गड्ढों की भराई की गयी जबकि 75 प्रतिशत गड्ढे यथावत वैसे ही है।
उन्होंने बताया उक्त मोटर मार्ग पर भारी वाहनों का संचालन होता है तथा बस यात्रियो की सुविधा के लिए जी०एम० ओ की बस का भी नियमित संचालन होता है। कई बार विभाग के अधिकारियों को इस यथा स्थती से अवगत कराया गया पत्राचार भी किया पर विभाग के कान मे जूँ तक नहीं रेंग रही हैं। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि अगर उक्त मार्ग का सुधारीकरण नहीं हुआ तो आंदोलन को बाध्य होना पडेगा।