pauri|पटवारी से नहीं चलता काम| रेगुलर पुलिस की मांग| जगमोहन डांगी की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस– जगमोहन डांगी
राजस्व पुलिस यानि पटवारी की जगह खाकी यानि रेगुलर पुलिस की व्यवस्था करने की मांग तेज होने लगी है। पौड़ी जनपद के कल्जीखाल कांसखेत घंडियाल से भी यह मांग उठी है। इस बाबत जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया है। जनप्रतिनिधियों इस मांग को लेकर आगे आये हैं।
प्रशासन को सौंपे ज्ञापन के बारे में ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी ने बताया कि अपने उत्तराखंड के पौड़ी जनपद कल्जीखाल ब्लाक की मनियारस्यूं व पश्चिमी मनियारस्यूं के ग्रामीण क्षेत्र में कुल 6 पटवारी चौकियां है। वहीं क्षेत्र में मुंडेश्वर मेला,बढ़कोट मेला,घड़ियाल मेला, बिलखेत मेला तथा थानेश्वर महादेव मेले का प्रतिवर्ष आयोजन होता है।
राजस्व पुलिस भी समय-समय पर पुलिस कार्यों का बहिष्कार करती रही है। साल-2020-2021 में तो राजस्व पुलिस ने करीब एक साल तक पुििलस कार्यों का बहिष्कार तक किया गया था।
जिन के आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिहाज से हर बार रेगुलर पुलिस की मांग की जाती है। ज्ञापन में बताया गया है कि राजस्व पुलिस से बेखौफ अराजक तत्व राजस्व क्षेत्र में हावी होते हुए दिखाई दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रेगुलर पुलिस चौकी का होना आवश्यक है जिससे कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय जनता की ओर से कल्जीखाल कांसखेत वा घंडियाल में रेगुलर पुलिस व्यवस्था की मांग की है।
उन्होंने ज्ञापन में बताया राजस्व पुलिस के पास पहले ही राजस्व संबंधी कार्य बहुत हैं। एक एक पटवारी के पास कई बार तीन तीन क्षेत्र का भी अतरिक्त चार्ज होता है। ऐसे में उनके लिए पुलिस कार्य करना बहुत मुश्किल होता हैं। उन्होंने कहां अनेक परिस्थितियों की मध्य नजर वर्णित क्षेत्रों में पुलिस चौकी होना आवश्यक है। जिसमें क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनी रहे।
ज्ञापन में कल्जीखाल प्रधान संगठन के अध्यक्ष रमेश चंद शाह,संरक्षक कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगी,पूर्व विधानसभा प्रत्याक्षी सज्जन सिंह नेगी,पूर्व प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष जगपाल नेगी,पूर्व सैनिक संगठन एवं उप प्रधान घंडियाल संजय रावत,किरण देवी प्रधान देवल,क्षेत्र पंचायत सदस्य कांसखेत सपना रावत,क्षेत्र पंचायत सदस्य साकनी बड़ी राकेश नैथानी,प्रधान पंचाली संतोषी रावत,समाजिक कार्यकर्ता अशोक रावत,एवं जगमोहन डांगी आदि के ज्ञापन में हस्ताक्षर थे।