शिक्षक चाहे तो माटी को GOLD बना दे| जयमल चंद्रा की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, द्वारीखाल
जिसने दिया सम्मान वह है गुरु महान, जो करता राष्ट्र निर्माण ,जिसकी छाया में मिलता ज्ञान, जो करता सही बुरे की पहचान, वह है मेरा गुरु महान। राजकीय इंटर कॉलेज द्वारीखाल में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में गुरू की महिमा व गरिमा का बखान किया गया। इस अवसर पर अजय व महेश को उत्कृष्ट शिक्षक के सम्मान से सम्मानित भी किया गया।
शक्षक दिवस के इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिह नेगी, पी टी ए अध्यक्ष राजमोहन नेगी,एस एम सी अध्यक्ष
कमल उनियाल ने सयुंक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। खंड शिक्षा अधिकारी व प्रधानाचार्य रमाकांत डबराल ने अपने अपने संबोधन में कहा कि डा० राधाकृष्णन एक महान दार्शनिक उच्च विचार के शिक्षक थे। उनके विचार थे कि शिक्षक वह नहीं है जो विद्यार्थी के दिमाग में तथ्यो को ढूंढे बल्कि आने वाले चुनौतीयों का सामना करने को तैयार करे। भारत के गौरवशाली इतिहास में गीता को घर घर पहुँचाने में इनका योगदान रहा।
एस एम सी अध्यक्ष कमल उनियाल ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों के पास वह कला है जो माटी को सोने मे बदल सकते हैं।
डा० राधाकृषणन को दर्शनशास्त्र की गहराई से जानकारी थी। उनके कार्य से प्रेरित उन्हें मानक उपाधि मिली सत्य की खोज उनकी कालजयी रचना थी। उन्होंने शिक्षा की दौलत दूसरों को बाँटी। इस अवसर पर शैक्षिण सत्र में अग्रणी अजय कंडवाल व महेश चन्द्र जोशी को उतकृष्ट शिक्षक से सम्मानित किया गया। मौके पर विनोद भारद्वाज, दिनेश चन्द्र रावत,महेश्वरी देबी,संजना देबी तथा गणमान्य लोग मौजूद थे।