LEFT-RIGHT कर रहे प्रेम के देवता| प्रेम का रंग होगा गाढ़ा| प्रस्तुति-ज्योतिषाचार्य डा विपुल देव

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सिटी लाइव टुडे-प्रस्तुति-ज्योतिषाचार्य डा विपुल देव


चुनाव में सरकार किसकी बनेगी, यह तो वक्त ही बतायेगा। लेकिन, आकाशीय मंत्रीमंडल में खासा फेरबदल हो गया है। खास बात यह है कि आकाशीय मंत्रीमंडल में प्रेम के देवता शुक्र लेफ्ट-राइट कर रहे हैं जो कि प्रेम व विवाह मामलों के लिये बेहद शुभ माना जाता है। आइये, जानते हैं प्रेम के देवता शुक्र के इस लेफ्ट-राइट के ज्योतिषीय मायने। पेश है ज्योतिषाचार्य डा विपुल देव से बातचीत पर आधारित यह खास रिपोर्ट।


ज्योतिषाचार्य डा विपुल देव बताते हैं कि 12 जनवरी-2022 से प्रेम के देवता शुक्र उदित हो गये हैं। इससे पहले प्रेम के देवता शुक्र अस्त चल रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रेम के देवता शुक्र उदय होते ही वक्री भी हो गये हैं। दरअसल, मार्गी व वक्री दोनों प्रकार की चाल मानी जाती है। कोई ग्रह जब साीधे आगे की ओर चलता है तो इसे मार्गी कहा जाता है। ठीक इसी प्रकार से जब ग्रह पीछे की ओर चलता है और इस दौरान दायें व बायें देखता व चलता है तो इसे वक्री चाल कहा जाता है। प्रेम के देवता शुक्र इस वक्त ठीक ऐसा ही कर रहे हैं। कहने का मतलब यह है कि लेफ्ट-राइट कर रहा है।

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ज्योतिषाचार्य डा विपुल देव का कहना है कि शुक्र का उदय होकर वक्री होना कई मायनों में शुभ है। उन्होंने बताया कि जिन जातकों के विवाह में अड़चनें आ रही हैं उनकी अड़चनंे दूर होंगी। उन्होंने बताया कि प्रेम के देवता के उदित व वक्री होने से प्रेम का रंग भी गाढ़ा होगा। इसके अलावा जिन जातकों के वैवाहिक जीवन में कटुता आयी हुयी है। यह कटुता मधुरता में तब्दील हो जायेगी।

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