” चामी ” में बह रही धर्म-अध्यात्म की ज्ञान गंगा| हो रहा श्रीराम लीला मंचन| साभार-पंडित ललित मोहन तिवारी
सिटी लाइव टुडे, कल्जीखाल
सर्द होते मौसम में पहाड़ की धरा में भक्ति की गंगा सरिता मेें भक्त गौते लगा रहे हैं। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम चंद्र भगवान के जयकारों व जयघोषों से तन-मन में ऐसी शक्ति का संचार हो रहा है कि सर्द मौसम का असर बेअसर हो रहा है। जिक्र हो रहा है चामी गांव में चल रहे श्रीराम लीला मंचन का। तीसरे चरण में सीता-स्वयंबर के मंचन ने धर्म-अध्यात्म के रंग को और भी गाढ़ा कर दिया है। आइये, एक बार आपकी भी बोलिये, सिया-पति श्रीराम चंद्र भगवान की जय।
उत्तराखंड के जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक के असवालस्यूं पट्टी का चामी गांव बेहद खास है। सांस्कृतिक धरोहरों व लोक जीवन में रची-बसी परंपराओं को संजाने में चामी गांव सराहनीय कार्य कर रहा है। इन्हीं में शामिल है श्रीराम लीला मंचन। खास बात यह है कि यहां दिन में श्रीराम लीला मंचन हो रहा है। आदर्श रामलीला कमेटी चामी की ओर से इस बार पांचवीं बार श्रीराम लीला का मंचन हो रहा है।
इस क्रम में सीता-स्वयंबर का भव्य व दिव्य मंचन रामभक्तों को खूब भाया। बेहद उम्दा अभिनय और बेजोड़ गायन शैली व सधे हुये अंदाज में संवाद मंचन को बेहद खास बना रहा है। सीता-स्वयंबर में बाणासुर-रावण संवाद, लक्ष्मण-परशुराम संवाद इतने सधे हुये अंदाज में हुआ कि हर कोई टकटिकी लगाकर बस इसे देखते व सुनते रह गया। इसके बाद सीता-श्रीराम विवाह मंचन का रामभक्तों ने जयकारों व जयकारों से अभिवादन किया। श्रीराम लीला मंचन को देखने आसपास के गांवोें के रामभक्त भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। श्रीराम का अभिनय अभिषेक खुगशाल व लक्ष्मण का अभिनय अमन खुगशाल कर रहे हैं। रावण का अभिनय पंडित ललित मोहन तिवारी कर रहे हैं।
आदर्श रामलीला कमेटी चामी के अध्यक्ष सज्जन सिंह रावत, उपाध्यक्ष पंडित ललित मोहन तिवारी व संयोजक राजेंद्र प्रसाद खुगशाल ने बताया कि श्रीराम मंचन से आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती है। दूसरा पक्ष यह है कि मंचन से प्रतिभाशाली युवाओं को मंचन मिलता है और प्रतिभा तलाशी व तराशी जाती है। व्यवस्था मंे रघुवीर सिंह भी बढ़चढ़कर भागीदारी कर रहे हैं।