दसमेरी गांव| कोई तो बता दे कि ” सड़क कब बनेगी “| जयमल चंद्रा की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, द्वारीखाल
द्वारीखाल ब्लाक के दसमेरी गांव की उम्मीद बस उम्मीद पर ही टिकी हुुयी है। इस गांव तक सड़क बनाने का काम सर्वे से आगे नहीं बढ़ पाया है। जिससे ग्रामीण स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। मानो ग्रामीण कह रहे हों कि क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा है।
पौड़ी गढ़वाल ब्लॉक द्वारीखाल के गांव दसमेरी आज भी सड़क सुविधा से वंचित ।गत कई वर्षों के अथक प्रयासों के उपरांत सड़क की आस लगाए गांव के आधे परिवार कुछ शहर और कुछ अन्य जगह बस गए हैं,शेष भी आहिस्ते आहिस्ते गांव छोड़ने की जुगत में हैं। गांव से निकटवर्ती बाजार चेलूसैन तीन किलोमीटर कठिन चढ़ाई और उतराई जिससे सभी रोजमर्रा के कार्य स्कूल कालेज,बैंक पोस्ट आफिस,अस्पताल,राशन सब कार्य इसी दुर्गम चढाई उतराई से होता है।
बीमार और चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को कुर्सी या चारपाई द्वारा गंतव्य तक पहुंचाया जाता है जबकि काफी प्रयासों के बाद सड़क स्वीकृत हुई है लेकिन कार्य सर्वे से आगे नहीं बढ़ पाया है,कारण क्या है कोई भी अधिकारी या नेतागण कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। सड़क बनेगी भी या नहीं ,क्या केवल सर्वे तक ही सीमित रहेगा। कहीं चुनावी झुनझुना तो नहीं है। यह कहना है राजेन्द्र सिंह रावत का।
उन्होंने व्यक्तिगत मिलकर अभी तक के प्रयासों हवाला देकर कुछ दस्तावेज की छायाप्रतियां भी प्रस्तुत की है। इस आशा के साथ कि इस माध्यम से ही विभाग और स्थानीय प्रतिनिधियों के कान में जूं रेंगे और कार्य में गति आए।
1 दिनांक 2 अगस्त 21को पौड़ी कार्यालय द्वारा शासन को भेजा पत्र।
2 माननीय सांसद जी के आवास पर 26 दिसम्बर 20 को सम्पर्क कर पत्र दिया।
3 मेरी फाईल फोटो
4 तत्कालीन मुख्यमंत्री माननीय त्रिवेन्द्र रावत जी से ‘मुख्यमंत्री‘ आवास पर भेंट कर पत्र दिया 17 जुलाई 19।
4 माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यालय में पत्र दिया 18 जुलाई 19 को।
5 मोटर मार्ग की स्वीकृति हेतु उत्तराखंड शासन को भेजा 5 जुलाई 19 का पत्र
6 11अगस्त2021को पुनः स्वीकृति हेतु शासन को भेजा गया पत्र।2पेज हैं, दशमेरी क्रमांक 1पर है।
7 विधायिका रीतू खंडूरी के निवास दिल्ली में उनको पत्र दिया 8 फरवरी 20 को।
इससे सिवाय बहुत सारा पत्र-व्यवहार (12 14 रजिस्ट्री पत्र), 25से अधिक ई मेल व फोन विधायिका, सांसद जी व सीएम साहब को