4500 कर्मचारियों की व्यथा सुनी और समाधान को ज्ञापन भी भेजा | नेहा सक्सैना की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, नेहा सक्सैना
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा उत्तराखंड जनपद हरिद्वार जो मान्यता प्राप्त राजकीय, निगम, स्वायत्तशाशि संगठनों का एकीकृत मंच है ने उत्तराखंड रोडवेज परिवहन निगम के विशेष श्रेणी के लगभग 4500 कर्मचारियों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है उनके द्वारा अवगत कराया गया है कि हम न संविदा, आउटसोर्सिंग, दैनिकी, वाह्यश्रोत में है जिसके कारण हमें कोई भी सुविधा नही मिल पा रही है और कर्मचारियों को कार्य करते हुए10 से 12 साल हो गए हैं जो कि इन कर्मियों के साथ अन्याय पूर्ण है,जिसका ज्ञापन प्रबन्ध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम, सचिव उत्तराखंड परिवहन निगम को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया गया है।
मुख्य संयोजक दिनेश लखेडा संयोजक सचिव इंदर सिंह रावत ने कहा कि ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की संविदा, आउटसोर्सिंग, वाह्यश्रोत को छोड़कर उससे इतर विशेष श्रेणी में कर्मचारियों को रखना उनका शोषण है 12 से14 वर्ष इन्हें कार्य करते हुए होने के बाद भी न ही इन्हें संविदा पर और न ही नियमित नियुक्ति हेतु कोई कार्यवाही की जा रही है जिससे इनका भविष्य अंधकारमय हो गया है जो कि न्यायोचित नही है जिसका मोर्चा विरोध करता है,अगर जरूरत पड़ी तो इनके लिए माननीय मुख्यमंत्री जी से भी न्याय की गुहार लगाई जाएगी।
संयोजक वीर सिंह असवाल, सुनील राजोर, राजेन्द्र श्रमिक, राकेश शर्मा संरक्षक सुरेंद्र तेश्वर ने कहा कि कर्मचारियों के साथ भेदभाव की नीति को बर्दाश्त नही किया जायेगा इनके लिये जनपद से प्रदेश तक आवाज उठाई जायेगी संघ की मांग है जब तक नियमित नियुक्ति नही हो जाती तब तक इन्हें संविदा पर किया जाए और जब भी नियुक्ति होती है तो पहले वरिष्ठता के आधार पर इनको नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाये ।