जय श्रीराम | धू-धूकर जला रावण | ऐसे ही कोरोना का अंत हो | विकास श्रीवास्तव की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, विकास श्रीवास्तव
बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व दशहरा धर्मनगरी हरिद्वार में धूमधाम से मनाया गया। पूरे जिले में करीब 23 जगाहों पर रावण, कंुभकर्ण व मेघनाद के पुतले जलाये गये। इस मौके पर जय श्रीराम के जयघोषों व जयकारोें से पंडाल गुंजायमान हो उठे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। पंडालों मंे भारी संख्या में मौजूद रामभक्तों ने कामना की कि इन जलते हुये पुतलों की तरह कोरोना का भी अंत हो।
धर्मनगरी हरिद्वार में दशहरा पर्व का दिन बेहद ही खास रहा। विभिन्न जगहों पर रामलीला पंडालों मंे सबसे पहले रामलीला का मंचन हुआ। इसमेें श्रीराम व रावण के बीच भयंकर यु़द्ध का मंचन किया गया।
आखिरकार श्रीराम के बाण से अहंकारी रावण का अंत हो जाता है और पंडाल जय श्रीराम के जयकारों व जयघोषों से गुंजायमान हो उठते हैं। इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी होती रही। हरिद्वार शहर में भेल के सेक्टर-1, 2, 3 व 4, चमगादड टापू, दूधाधारी चैक के पास, कनखल के कृष्णानगर कोतवाली, दक्ष मंदिर परिसर, जियापोता जमालपुर, ज्वालापुर में पुलजटवाडा, लाल मंदिर के पास आदि जगहों पर पुतलों का दहन हुआ। दशहरा पर्व को देखते हुये सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। सभी पंडालों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
व्यापार व बाजार पर लगा तड़का
दशहरा पर्व पर बाजार पूरी रंगत व लय में दिखा। बाजारों में खासी भीड़ दिखी। जिससे व्यापारियों के चेहरों पर भी रौनक नजर आयी। खासतौपर पर रामलीला पंडालोें के आसपास बाजापर व व्यापार पूरी लय में दिखा। विशेषतौर पर छोटे व्यापारियों के बल्ले ही बल्ले रहे।