रिखणीखाल | ‘ डीप कोमा ‘ में स्वास्थ सेवायें | प्रस्तुति-देवेश आदमी
सिटी लाइव टुडे, प्रस्तुति-देवेश आदमी
जनपद पौड़ी के रिखणीखाल क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवायें खुद बीमार चल रही हैं। हालात को देखकर यह कहा जाये कि स्वास्थ्य सेवायें डीप कोमा में हैं तो कोेई अतिशयोक्ति नहीं होगी। ऐसे में स्थानीय जनप्रतिधि सवालों के घेरे में हैं। विधायक जी की घोषणाओं को तो केवल बाबाजी का ठुल्लू ही माना जायेगा। इससे ज्यादा कुछ भी नहीं है। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ना तो अल्ट्रासाउंड की सुविधा है तो और ही एक्सरे उपलब्ध कराने का दावा विधायक जी जरूर कर रहे हैं। हां, विधायक जी घोषणा कर करके लालीपाॅप जरूर देते रहे हैं।
लैंसडोन विधानसभा के अंतर्गत रिखणीखाल प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र का ही जिक्र हो रहा है। क्षेत्रीय विधायक महंत दिलीप सिंह रावत ने हॉस्पिटल को हाल ही एक्सरे मशीन उपलब्ध कराने का दावा किया हैं। इस मशीन के लिए क्षेत्र 10 वर्षों से मांग कर रही हैं। कई बार धरना प्रदर्शन व पत्राचार किया गया। रिखणीखाल को 3 चिकित्सक देने की बात भी कही गयी लेकिन स्याह हकीकत तो यह है कि इनकी तैनाती रिखणीखाल में कभी हुई ही नहीं। रिखणीखाल चिकित्सा केन्द्र में मात्र एक चिकित्सक डॉ जयवर्धन नियुक्त हुए। अन्य एक चिकित्सक बेस हॉस्पिटल कोटद्वार व दूसरा श्रीनगर हॉस्पिटल में अटैच हैं।
दरअसल, जमीनी हकीकत से विधायक रू-ब-रू नहीं हुये या होना नहीं चाहते हैं। ये भी हो सकता है कि सबकुछ जानते हैं और जनता को केवल लाॅलीपाॅप में उलझाना चाहते हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा नुकसान क्षेत्रीय जनता को ही होगा और हो भी रहा है। अब जरा एक्सरे-मशीन के बारे में जानते हैं तो इस विषय पर जब मेरी बात रिखणीखाल सीएचसी में डॉ राशी कुकरेती से हुई तो डॉ राशी कुकरेती कहती हैं कि जब रिखणीखाल में ऑर्थोपेडिक (हड्डी रोग) चिकित्सक नहीं हैं तो एक्सरे मशिन का औचित्य नहीं रह जाता हैं। इस के लिए चिकित्सा केन्द्र में टेक्नीशियन होना भी जरूरी हैं और अलग से एक कमरा होना चाहिए। डॉ राशी कुकरेती की माने तो हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड मशीन की सख्त जरूरत है लेकिन अल्ट्रासाउंड के लिये कोटद्वार जाना पड़ता है।