गुणवान भी है मांगलिक दोष, | जानिये क्या है फायदे | पढ़िये पूरी खबर
मांगलिक दोष के फायदों के बारे में जानिये
सिटी लाइव टुडे, डा विपुल देव, ज्योतिषाचार्य
कहते हैं कि प्रत्येक सिक्के के दो पहलू होते हैं। मांगलिक दोष के साथ भी ऐसा ही है। नुकसान के साथ ही मांगलिक दोष के साथ लाभ भी हैं। इस खबर में मांगलिक के दोष के फायदों का जिक्र कर रहे हैं। पेश है यह खास रिपोर्ट।
प्रथम भाव में मंगल के लाभ
इस दशा के जातक बेहद साहसी व पराक्रमी होते हैं।
ऐसा जातक मुश्किल से मुश्किल समय को भी आसानी से पर कर विजय प्राप्त कर लेता है।
ध्यान दें- इस दशा में मांगलिक दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए नियमित रूप से गुड़ का सेवन करें व लाल रंग का कम उपयोग करें।
चतुर्थ भाव में मंगल
इस दशा के जातक बेहद शक्तिशाली व आकर्षक होते हैं और लोगों को अपनी ओर बड़ी तेजी से आकर्षित करते हैं।
ध्यान दें- इस दशा में मांगलिक दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए बजरंगबली हनुमान की उपासना करें।
साथ ही ध्यान रखें कि घर में सूर्य का प्रकाश ज्यादा समय के लिए बना रहे।
सातवें भाव में मंगल
यह दशा, संपत्ति और संपत्ति से सम्बन्धी कार्यों में बेहद लाभकारी मानी जाती है।
इस दशा का जातक, बड़े पद व ढेर सारी संपत्ति का स्वामी होता है।
ध्यान दें- इस दशा में मांगलिक दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए मंगलवार का उपवास रखें।
इसी के साथ एक ताम्बे का छल्ला, मंगलवार को अनामिका अंगुली में धारण करें।
आठवें भाव में मंगल
इस दशा में मंगल के कारण आकस्मिक रूप से धन लाभ भी होता है।
इस दशा के जातक अच्छे शल्य चिकित्सक बन सकते हैं।
ध्यान दें- इस दशा में मांगलिक दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए हर रोज प्रातः उठकर मंगल के मंत्र का जाप करें।
साथ ही हर मंगलवार, हनुमान जी को चमेली का तेल व सिन्दूर अर्पण करें।
बारहवें में भाव में मंगल
इस दशा में मांगलिक दोष होने के कारण व्यक्ति खूब विदेश यात्राएं करता है और अनेक लोगों के प्रेम और आकर्षण का पात्र बनता है।
ध्यान दें मंगलवार का उपवास रखना बेहद लाभकारी होता है।
किसी भी प्रकार के मांगलिक दोष का शमन करने के लिये जातक मंगलवार को सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करे। सुबह धरती का स्पर्श करें। दाहिनी हाथ कनिष्ठिका यानि सबसे छोटी उंगली मोती की अंगूठी धारण करें।
डा विपुल देव, ज्योतिषाचार्य, हरिद्वार