Pauri News… “महेंद्र राणा ” का चढ़ा पारा| हंगामा तो होना ही था लेकिन ” राणा ” की फिर भी नहीं चली| जगमोहन रावत की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-पौड़ी
गुरूवार को ब्लॉक प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राणा को गुस्सा सातवें आसमान रहा। जनता के काम नहीं होने पर राणा का पारा चढ़ गया और फिर क्या था। चिकित्सकों ने जवाब मांगा लेकिन चिकित्सकों का जवाब ऐसा था कि किसी के गले नहीं उतर रहा था।
मामले की शिकायत उच्च अधिकारियोें से करने का मन बना चुके महेंद्र राणा ने दो टूक कहा है कि जनता के हितों के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा। जनता के हितों को लेकर मौके अच्छा-खास हंगामा हो गया। मामला पौड़ी विकासखंड कल्जीखाल का है। जहां विकलांग प्रमाण पत्र देने को लगे शिविर में जनता को निराश होना पड़ा। यह मामला सरकार के दावों की भी पोल रहा है।
अब आपको सीधे विकासखंड कल्जीखाल ही लिये चलते हैं। दरअसल, विकास खंड कल्जीखाल मैदान में समाज कल्याण विभाग व दिव्यांग पुनर्वास केंद्र पौड़ी के तत्वधान में बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किया जिसका शुभारंभ विधायक राजकुमार पोरी एवं ब्लॉक प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राणा ने किया समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यागजनों के सुविधा के लिए जनपदीय रोस्टर के मुताबिक आज 7 नवंबर को विकास खंड कल्जीखाल में आयोजित किया
इसका प्रचार प्रसार भी खूब हुआ जिस कारण दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने दूर दराज से भारी संख्या में शिविर में पहुंच गए लेकिन जिला चिकित्सालय पौड़ी पीपीपी मोड से आई चिकित्सकों टीम द्वारा अस्थि रोग विशेषज्ञ,नेत्र सर्जन, ईएनटी सर्जन द्वारा मरीजों के प्रशिक्षण के बाद दून और बेस श्रीनगर के लिए रैफर करने की बात आई तो जनप्रतिनिधि भड़क गए और प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राणा के पास गए। महेंद्र सिंह राणा ने पीपीपी मोड चिकित्सकों की टीम से दूर दराज से आए दिव्यांगों लोगों के प्रमाण पत्र नहीं बनने पर जानना चाह तो डॉक्टरों ने कहा की बिना प्रशिक्षण प्रमाण पत्र नहीं बनेंगे जिस कारण महेंद्र सिंह राणा भड़क गए
उन्होंने डॉक्टरों की टीम पर जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया उन्होंने कहा की क्षेत्रीय विधायक की मौजूदगी में डॉक्टरों इस प्रकार व्यवहार बर्दास्त नहीं किया जाएगा इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी क्षेत्रीय विधायक भी नाराज दिखे उन्होंने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को घटना की अगवत करवाया पीपीपी मोड चिकित्सकों की टीम बीच में शिविर छोड़ कर चले गए हालांकि 18 मानसिक एवं शारीरिक दिव्यांग प्रमाण पत्र दिव्यागों को मुख्यातिथि के हाथों निर्गत किए गए साथ ही समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यागजनों को कानों की मशीन,व्हील चियर,बोकर,छड़ी आदि भी वितरण की गई शिविर में कृषि,उद्यान,बाल विकास विभाग,रिप,आजीविका आदि के स्टॉल भी लगाए गए। शिविर में 60 लोगों ने पंजीकृत करवाया।
ऐसा रहा निराशा और हताशा का आलम
विकास खंड कल्जीखाल में समाज कल्याण विभाग का आयोजित शिविर में आंखों दिव्यांग सुमित कुमार सुराललगांव और शारीरिक दिव्यांग नवीन डुंक असवालस्यूं पट्टी के दिव्यांग प्रमाण पत्र न बनने से हुए। मायूस सुमित के पिता राजेंद्र कुमार और नवीन के भाई ने बताया उन्होंने गाड़ी बुक कर आए थे ताकि उनके भाई का प्रमाण पत्र बन जाएगा लेकिन उन्हें डॉक्टरों ने पहले बाहर दिखाने को कहा । ग्राम प्रधान सुराल गांव रघुवीर रावत ने कहा कि जब दिव्यांगों को बाहर दिखाना तो इस शिविर का क्या औचित्य है। इसी कारण डॉक्टरों और जनप्रतिनिधियों का विवाद उपजा है।