आओ, ” आंखों का तर्पण करें ” बात आंखों की हिफाजत की| Click कर जानिये क्या कहते हैं Dr Arun Kumar
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-हरिद्वार
इन दिनों पितृपक्ष चल रहा है। पितरों के नाम तर्पण किया जा रहा है। लेकिन इस खबर में आंखों के तर्पण की बात कर रहे हैं। चैंकिये नहीं यह आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्वति है जिससे आंखों का इलाज किया जाता है। खास बात यह है कि बिना समस्या के भी आप आंखों का तर्पण कर सकते हैं। Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar ने बताया कि खासतौर पर बदलते हुये मौसम के दौरान आंखों का तर्पण किया जाना चाहिये। ऐसा आयुर्वेद में बताया गया है। आइये जानते हैं इस विषय पर आधारित यह खास खबर। आंखों के तर्पण के बारे में आंख, कान व गला रोग विशेष डा अरूण कुमार ने उपयोगी जानाकारी साक्षा की है। Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar
Dr Arun Kumar
Assistant Professor
Rishikul Campus
Uttarakhand Ayurved University Haridwar
ये कुछ नेत्र संबंधी स्थितियों के नाम हैं जिनका आयुर्वेद द्वारा उपचार किया जा सकता है और रोगियों के जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।
मधुमेह रेटिनोपैथी
चकत्तेदार अध: पतन
यूवाइटिस
रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा
आँखों की एलर्जी
पैथोलॉजिकल मायोपिया
सूखी आंखें
ऑप्टिक एट्रोफी
keratoconus
नेत्रच्छदाकर्ष
ग्लूकोमा
सिटी लाइव टुडे मीडिया हाउस से बातचीत करते हुये Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar डा अरूण कुमार ने बताया कि नेत्र तर्पण उपचार में आँखों पर औषधीय घी डाला जाती है। जो आँखों को चिकनाई और पोषण देने में मदद करता है। यह सूखी आँखों थकी आँखों और अन्य आँखों की समस्याओं के लिए उपयोगी है। इसके अलावा नस्य नाम चिकित्सा पद्वति में नाक में औषधीय तेल की बूंदें डाली जाती हैं जिससे दृष्टि में सुधार होता है और आंखों का तनाव कम होता है। Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar
त्रिफला आई वॉश त्रिफला तीन जड़ी.बूटियों का मिश्रण है जो आंखों के लिए फायदेमंद है। इसका उपयोग आंखों में सूजन जलन और लालिमा को कम करने के लिए आई वॉश के रूप में किया जा सकता है। इसी प्रकार से अंजना अंजना एक आयुर्वेदिक नेत्र मरहम है जिसे दृष्टि में सुधार आता है और आंखों के समस्त रोगों का समाधान हो जाता है। Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar
हैं कि साल में कम से दो बार योग्यस चिकित्सक की रेखदेख में आंखों का तर्पण व नस्य कर ही लेना चाहिये।। Dr Arun Kumar. Assistant Professor. Rishikul Campus. Uttarakhand Ayurved University Haridwar