Dehradun News..गढ़रत्न नेगी दा को मिला द्वितीय इंद्रमणि बडोनी स्मृति सम्मान| Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
देहरादून। पर्वतीय गांधी के रूप में विख्यात स्व. इंद्रमणि बडोनी की 25वीं पुण्यतिथि पर लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ( Narendra Singh Negi) को द्वितीय इंद्रमणि बडोनी स्मृति सम्मान से नवाजा गया।
शिक्षाकुंर द गलोबल स्कूल में इंद्रमणि बडोनी चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र सिंह नेगी को यह सम्मान प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि पू्र्व मंडलायुक्तएसएस पांगती के कहा कि हमें इंद्रमणि बडोनी के राजनैतिक जीवन के साथ उनके द्वारा लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए किए गए कार्यों के लिए भी याद करना चाहिए।
साहित्यकार गणेश खुगशाल ’गणी’ ने कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी ने गीत गायन के साथ अपने लोक को संरक्षित करने के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। जिनमें नंदा जागर, मांगल गीत और पारंपरिक लोक कलावंतो को आगे बढ़ाना प्रमुख है। शिक्षक देवेश जोशी ने कहा कि नेगीदा के गीतों को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर ले जाने की आवश्यकता है।
लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने स्व. बडोनी को संस्कृतिकर्मी के रूप में याद किया। कहा कि बडोनी का व्यक्तित्व बिल्कुल अलग था, उसकी किसी से तुलना नहीं की जा सकती है। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी नेगी के रचना संसार पर विचार रखे। वहीं, स्कूली विद्यार्थियों व कलाकारों ने उनके गीतों की प्रस्तुति दी।
बता दें कि पहला इंद्रमणि बडोनी स्मृति सम्मान उनके सांस्कृतिक दल के सहयोगी रहे ढोलवादक शिवजनी को दिया गया था। इस कार्यक्रम में इंद्रमणि बडोनी के सहयोगी कलावंत बालकृष्ण नौटियाल, रूपदेई मेहरा, वसंती काले के अलावा शिक्षा के लिए हरीश जोशी, डॉ वाचस्पति फोंदणी, सुनील भट्ट, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉ. महेश भट्ट, आंदोलनकारी और लेखक त्रेपन सिंह चौहान की पत्नी निर्मला चौहान और लोकभाषाके क्षेत्र में बेलीराम कंस्वाल, आशीष सुंदरियाल को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अलभ्य बडोनी, त्रिष्ठव बडोनी की प्रस्तुतियां भी खास रही। गिरीश सुंदरियाल ने भी नेगी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर स्वरचित गीत गाया। मौके पर समाजसेवी बचन सिंह रावत, डॉ जेपी नवानी, आचार्य सच्चिदानंद जोशी, विनोद बडोनी, मदन डुकलान, ओम बधानी, अनिल सिंह नेगी, बीना बेंजवाल, डॉ शैलेन्द्र मैठाणी, कांता घिल्डियाल, डॉ पवन कुदवान, राजेश गुसाईं, कुलानंद घनशाला, सुनील भट्ट, गंगा प्रसाद नैथानी, राजेंद्र बडोनी, शंकर गोपालकृष्ण, भगवती सुंदरियाल, डॉ अनीता बडोनी, प्रो. कलिका काले, प्रभा बडोनी, सरिता बडोनी, सविता बडोनी, आलोक डंगवाल, प्रदीप कोठियाल, मनमोहन डंगवाल, युद्धवीर नेगी, जेपी बहुगुणा, अनिल बडोनी, राकेश बडोनी, हरि प्रकाश बडोनी, सत्यनारायण बडोनी, बीर विक्रम रावत, नारायण सिंह रावत, गिरीश डंगवाल, विजेंद्र सकलानी, तारा सिंह विद्वाण, बलवीर मेहरा, राजेंद्र मेहरा, हुकम सिंह मेहरा, अमर सिंह बिष्ट, हेमंत चौहान, जयकृत नेगी आदि मौजूद रहे। संचालन गिरीश बडोनी ने किया।