Pauri News.. खाली घरों पर ” चोरों की नजर “| चौंडली गांव में हाथ साफ कर गये चोर| जगमोहन डांगी की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-पौड़ी गढ़वाल
पौड़ी जनपद के सबसे चर्चित गांव चौंडली में गत रोज चोरों ने गांव में लगी पंचायत की सोलर लाइट तोड़ कर ले गए | ज्ञात हो कि विकास खंड कल्जीखाल के मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम पंचायत थनुल के अंतर्गत थनगढ़ नदी स्थित बसा चौंड़ली गांव कभी सिंचित खेती के लिए विख्यात था।
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जंगली जानवरों आतंक और मूलभूत सुविधाओं के अभाव व रोजगार के कारण गांव के सभी बसींदे परिवार सहित एक दशक पहले महानगरों की ओर चले गए गांव में रहने वाली आखरी बुजुर्ग दंपति भी 2013 में गांव छोड़कर कर मजबूरन अपने बेटों के साथ दिल्ली चले गए लेकिन 2020–21 में कोरोना कॉल में कुछ परिवार पुन्य गांव वापस लौटे जिन्हें स्थापित करने तत्कालीन जिलाधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे और दिवंगत ग्राम प्रधान कैप्टन नरेंद्र सिंह नेगी ने वापस गांव लौटे परिवारों को पुन्य स्थापित करने के भरसक प्रयास किए स्वयं जिलाधिकारी डॉ जोगदंडे जून माह की तपती गर्मी में अपनी प्रशानिक अमला को लेकर चौंडली गांव पहुंचे और वापस गांव लौटे परिवारों को अपने स्तर से जो उनके हाथ में संभव था
उनकी मदद की जंगली जानवरों के भय से बचने सबसे पहले उन्हे सोलर लाइट उपलब्ध करवाई वर्षो से बंद पढ़ी सिंचाई विभाग की गुल को भी मरमत करवाया गया और उद्यान एवं कृषि विभाग से बीज पेड़ उपल्ब्ध करवाए वापस लौटे प्रवासीयों का जैसे ही जीवन पटरी पर लौट रहा था जंगली जानवरों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया ऊपर से आदम खोर जंगली जानवरों का भय भी सताने लगा ऊपर से सड़क जैसी मूलभूत सुविधा भी उपलब्ध नहीं करा सके क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गण आखिर गांव लौटे सभी प्रवासी वापस अपने शहर की ओर लौट चले कल सुना की गांव में लगी सोलर लाइट निकाल कर चोर ले गए और गांव की सिंचाई गुल को भी तोड़ गए। चोर क्षेत्र में खाली पढ़े गांवो को अधिकतर अपना निशाना बना रहे है।
हाल में गांव के नजदीक प्राचीन सिद्धपीठ थानेश्वर मंदिर में भी चोरों ने दानपेटी उड़ा ली इस प्रकार गत एक साल में मनियारस्यूं पट्टी के दर्जनों खाली और वीरान पढ़े गांवो में चोरिया की घटना घट चुकी कई गांवों की चोरियों की रिपोर्ट भी राजस्व पुलिस में दर्ज है। लेकिन आजतक किसी भी चोरी की घटना का खुलासा नहीं हो पाया यैसे में जिन प्रवासियों ने गांव में मकान लगा रखे है। और जो मई जून में कभी कभार देवी देवता पूजन कार्य में गांव जरूर आते है। अब उन्हें भी गांव में हो रही निरंतर चोरी का भय सताने लगा हैं। उन्हें भय है कि कही उनके बंद घरों में भी उनका कीमती सम्मान चोर उड़ा न ले यैसे में आखिर खाली गांवों की सुरक्षा व्यवस्था कौन करेगा यह भी एक बड़ा मुद्दा हो गया।