Uttarakhand News…जल प्रलय से कांपा पहाड़|सड़क खेत बने पानी का दरिया|कमल उनियाल की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-कमल उनियाल
लगातार सात दिन से मूसलाधार बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गाँवो में जाने वाले सम्पर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गये हैं। सडके जगह जगह टूट गयी है। पानी का सैलाब से चारो और भूस्खलन से जनजीवन पटरी से उतर गयी है।
जनपद पौडी गढवाल के विकास खंड द्वारीखाल के अनेक गाँवो के मुख्य मार्ग, सडक, पेयजल मकानो में दरार आने से लोगों में दहशत छा गयी है। कोटद्वार बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में भूधसाँव बडे बडे पत्थर आने से यातायात बाधित हो गया है।
बाँघाट सतपुली सडक मार्ग जल सैलाब भूस्खलन से पूरी तरह तबाह हो गया है। मंगलवार को बारिश ने कहर बरसा दिया जिससे पहाडिया भरभराकर टूट गये। नाला गधेरो में जल प्रलय उफान पर है। जगह जगह भूकटाव हो रहा है। जिससे ग्रामीण सहमे हुये है।
स्थानीय निवासी भारत नेगी मनोज नेगी अजय डोबरियाल ने संवाददाता कमल उनियाल को बताया कि करीब बीस साल बाद ऐसा ऐसे बारिश का कहर देख रहे है। इस बार क्षेत्र पहली बार 75 मिमी की तीव्रता से बारिश का रोद्र रुप देखने को मिला है। जलप्रलय की विभीषिका में आर्थिक क्षेत्र में गहरा असर पड रहा है। पशुपालक जंगल नहीं जा है जिससे पशुओं का जीवन भुखमरी के कगार पर है। यह जल प्रलय सब कुछ छीनने को आमदा हो गया है। देवभूमी हिमाचल और उत्तराखंड क्यो जल प्रलय के चपेट में आ रहे हैं इससे भूवैज्ञानिक भी चिंतित है।