Pauri.इतना लाचार बुढ़ापा.. विधवा पेंशन स्वीकृत लेकिन मिलती नहीं, अब मकान भी टूटा और पैर भी| जगमोहन डांगी की Report
सिटी लाइव टुडे, पौड़ी गढ़वाल
नियति का क्रूर मजाक कहें या फिर किस्मत का खेल, लेकिन सिस्टम की बेरूखी तो कहा ही जायेगा। जिस प्रदेश में बुढ़ापा इतना लाचार हो जाये कि क्या करूं व क्या ना करूं जैसी स्थिति आ जाये। सवाल यह है कि सरकारी सिस्टम क्या कर रहा है। तर्क नियमों का दिया जा रहा है लेकिन सवाल यह है कि आखिर किसी जनप्रतिनिधि का दायित्व नहीं बनता है इस बुढ़ापे को सहारा देने की। ऐसे ही कई सवाल है कि पौड़ी जिले के नौ गांव से जुड़े हुये हैं। यहां 82 साल की वृद्धा लाचार व बेबस है लेकिन कोई सहारा देने को आगे नहीं आ रहा है। उम्मीद है कि इस खबर का संज्ञान लेकर कोई तो आगे आयेगा। इस लाचार वृद्धा को विधवा पेंशन तक नहीं मिल रही है।
यह व्यथा की कथा इस प्रकार से है। अपने पौड़ी जनपद के ग्राम नौगांव बनेल्सयु पौड़ी गढ़वाल के मूलनिवासी श्रीमती नकटी देवी पत्नी स्वागीय वचन सिंह मिस्त्री उम्र 82 साल जो अपने जर्जर आवास में अकेली में रहती थी। बीते रोज अचानक सायं 4 बजे बरसात के कारण उसका आवास नीचे गिर। इसमें नकटी देवी भी मलबे में दब गयी। गांव के ही युवक बंटी और शिवम नाम के लड़को ने उन्हें बाहर निकाला। इस हादसा में नकटी देवी जी का एक पैर टूट गया ओर उन्हें ग्रामीणों की मदद से सतपुली चमोलीसेंड हंस फाउंडेशन हॉस्पिटल भर्ती करवाया गया। ग्रामीण संजय कुमार ने बताया की वृद्धा नकटी देवी बुजुर्ग महिला है। वह अकेला ही जीवन यापन करती है।
ग्राम प्रधान अमिता देवी ने बताया कि 2018 के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे नही हुआ। जिस कारण वृद्धा को पीएम आवास का लाभ नही मिल सका। क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक ताराचंद ने बताया कि कल ही देर सांय घटनास्थल पर जाकर मौका घटना की जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित कर दी है। उन्होंने बताया की वृद्धा के मकान की हालत काफी जर्जर थी। ग्रामीण बताते हैं कि वृद्धा को विधवा पेंशन स्वीकृति है लेकिन आधार कार्ड नहीं बनने से उसकी पेंशन भी बन्द हो गई हैं।