गाजी वाली| घर-घर पहुंचने लगा “नेगी दा ” का चुनावी रथ| click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, चुनावी डेस्क
गाजी वाली ग्राम पंचायत के प्रधानी चुनाव में इस बार नेगी दा पूरी तैयारी के साथ में उतरे हैं। सधे हुये रणनीतिकार के रूप में चल रहा उनका प्रचार तंत्र प्रभावी होता दिख रहा है। नेगी दा सीधे जनता के साथ संवाद स्थापित कर वोट मांग रहे हैं। घर-घर जनसंपर्क का उनका अभियान तेज चलने लगा है। विकास के वादों व दावों के साथ इस बार कोई कोर कसर बाकी नहीं रहना देना चाहते हैं। हालांकि फैसला जनता को ही करना है। लेकिन नेगी दा के सियासी तरकश के तीरों की धार पैनी हो रखी है।
नेगी दा यानि देवेंद्र नेगी गाजी वाली और आसपास के क्षेत्रों के लिये कोई नया नाम व चेहरा नहीं है। देवेंद्र नेगी सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते आ रहे हैं। ग्राम पंचायत की समस्याओं को लेकर भी वे मुखर होते आये हैं। इस बार देवी दा यानि देवेंद्र नेगी प्रधानी का चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें अनायास चुनाव निशान मिला है।
जनसपंर्क अभियान के दौरान नेगी दा विकास का एजेंडा भी जनता को बता रहे हैं। ग्राम पंचायत गाजी वाली में प्रधान पद के प्रत्याशी देवेंद्र नेगी ने घर-घर पहुंच जनसंपर्क कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। इस चुनाव में गांव की जनता शिक्षित और युवा प्रत्याशी को गांव के मुख्य सेवक की कमान सौंपना चाहते हैं। जिससे गांव का अधिक से अधिक विकास हो सके।
स्वतंत्रता सेनानियों का गांव गाली वाली अपने आप में एक विशिष्ट स्थान रखता है। लेकिन राज्य गठन के बाद से ही क्षेत्र की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस करती हैं। गांव में शिक्षा एवं चिकित्सा के नाम पर कोई भी संस्थाएं नहीं है। ग्रामीण जनप्रतिनिधियों पर क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन इस बार क्षेत्र की जनता किसी शिक्षित और युवा प्रत्याशी को अपना ग्राम प्रधान बनाना चाहते हैं जिससे कि गांव का अधिक से अधिक विकास हो सके। प्रधान पद के प्रत्याशी देवेंद्र नेगी जिन का चुनाव चिन्ह अनानास है उन्होंने गुरुवार को घर-घर जाकर जनसंपर्क कर जनता से अपने पक्ष में वोट करने की अपील की। देवेंद्र नेगी का कहना है कि अगर उन्हें क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद मिलता है तो वह लगातार क्षेत्र की सेवा में समर्पित रहेंगे। गांव में शिक्षा एवं चिकित्सा की सुविधा मुहैया कराना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि गांव की सभी संपर्क मार्गों को पक्का करने के साथ ही साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। जातीय समीकरण के हिसाब से अभी तक देवेंद्र नेगी बीस ही साबित होते दिख रहे हैं। हालांकि है सब मतदाताओं पर निर्भर करता है कि वह ग्राम प्रधान पद के लिए किसे अपना वोट करते हैं।