” सियासी पिच ” पर श्रुति लखेड़ा की ENTRY| जानिये सियासी जमीन व ताकत|click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, चुनावी डेस्क-laldhang-13
चुनावी मौसम में सियायत की धार पैनी होती जा रही है। धार पैनी है तो सियासी वार भी पैने ही। कौन किस पर भारी पड़ता है यह तो वक्त ही तय करेगा लेकिन जीत के दावे सभी कर रहे हैं। जिला पंचायत की गैंडीखाता laldhang 13 की सीट पर भी इस बार रोचक मुकाबला होता दिख रहा है। इस सीट पर करीब आधा दर्जन प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। इस सीट पर श्रुति लखेड़ा का मैदान में उतरना कई मायनों में खास है। श्रुति के साथ जुडे़ कई पाजिटिव फेक्टर उनकी सियासी धार को पैनी कर रहे हैं। मजबूत जनाधार रखने वाली श्रुति के साथ युवा शक्ति व नारी शक्ति का लामबंद होना सियायत के शतरंज के जानकारों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं।
श्रुति लखेड़ा को लालढांग की बेटी के नाम से जाना व पहचाना जाता है। 2017 से श्रुति क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। आदिवासियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के कार्यों ने श्रुति के जनाधार को मजबूती दी है। हस्तशिल्प में बेजोड़ हुनर रखने वाली श्रुति महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ईमानदारी के साथ सराहनीय कार्य कर रही हैं। खासतौर पर आदिवासी महिलाओं को समूह बनाकर हुनरमंद बनाने के कार्य भी श्रुति के पॉजिटिव फैक्टरों में शामिल हैं। वन गुर्जरों के लिये किये जा रहे कार्यों ने भी श्रुति के जनाधार में अच्छा-खासा इजाफा किया है।
कह सकते हैं कि लालढांग क्षेत्र में श्रुति लखेड़ा की मजबूत पकड़ व पहुंच है। क्षेत्र में लगातार सक्रियता व कार्यों ने उन्हें लोकप्रियता के सूचकांक में अव्वल जगह दी है।
social engeneering में मास्टरी उनकी एक और ताकत है। खास बात यह भी है कि श्रुति को युवा शक्ति व नारी शक्ति के रूप में भी पहचान मिली है। ऐसे में युवा व नारी शक्ति श्रुति के साथ खड़ी होती दिख रही है।
अब गैंडीखाता जिला पंचायत की सीट laldhang 13 पर श्रुति ने चुनावी ताल ठोकी है। सो, उनकी इस सियासी ताल का प्रभाव व समीकरणों पर पड़ते असरों का आंकलन होने लगा है। हाालंकि इस सीट पर करीब आधा दर्जन प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं। श्रुति ने पहली बार चुनाव लड़ने का मन बनाया है। शिक्षा, चिकित्सा व मूलभूत सुविधाओं के मुद्दों को लेकर श्रुति चुनावी मैदान में हैं। अब देखते हैं कि जनता का फैसला क्या होता है।