हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में लागू हो भू-कानून | पर्वतीय बंधु समाज समिति ने की मांग | पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
पर्वतीय बंधु समाज समिति ने मानव श्रृंखला बनाकर उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू करने की मांग की। समिति ने हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू करने की मांग की है। इस मांग को लेकर पर्वतीय बंधु समाज समिति शीघ्र ही तहसील प्रशासन के जरिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम ज्ञापन भी प्रेषित करेगी।
रविवार को जिला मुख्यालय रोशनाबाद से सटे नवोदय नगर स्थित पीठ बाजार में मानव श्रृखला बनायी गयी। इस दौरान कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया।
पर्वतीय बंधु समाज समिति का कहना है कि 2002 तक बाहरी राज्यों के लोगों को उत्तराखंड में जमीन खरीदने की अधिकतम सीमा 500 वर्ग गज थी जिसे 2007 में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी ने घटाकर 250 वर्ग गज कर दिया था जो सराहनीय कदम था। लेकिन 2018 में सरकार द्वारा नया अध्यादेश लाया गया। जिसमें उत्तराखंड भूमि खरीदने की अधिकतम सीमा को समाप्त कर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि इससे बाहरी राज्यों के संपन्न लोग कई क्षेत्रांे में कब्जा जमाये हुये हैं। इससे उत्तराखंड की संस्कृति, जल-जंगल और धरोहर पर संकट मंडरा रहा है। पर्वतीय बंधु समाज समिति ने मांग की कि हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू किया जाये।
इस मौके पर पर्वतीय बंधु समाज समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह गुसांई, सचिव बलवंत सिंह रावत, उपाध्यक्ष देशराज पैन्यूली, कोषाध्यक्ष जितेंद्र सिंह रावत, सह-सचिव देवेंद्र प्रसाद ममगांई, सुभाष रावत, नवीन नौटियाल, सुरेंद्र जुयाल, कुंवर बिष्ट, अतुल नेगी आदि शामिल थे।