तन-मन में छायी हरियाली | पर्वतीय सांस्कृतिक समिति ने मनाया हरेला पर्व | पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
देवभूमि उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला को यादगार बनाने की खूब कोशिश हुयी। तन व मन हरेला क रंग में रंगा और वृक्षारोपण किया। सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और नयी पीढ़ी में लोक पर्वों को जानने व मनाने का संकल्प लिया गया। जगह-जगह हरेला-हरेला और हरेला ही छाया रहा। इस क्रम में पर्वतीय सांस्कृतिक समिति ने भी वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया।
जिला मुख्यालय रोशनाबाद से कुछ ही दूरी पर स्थित नवोदय नगर में भी हरेला पर्व की छटा देखने को मिली। पर्वतीय सांस्कृतिक समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ता नवोदय नगर पहुंचे। यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे गये। इस मौके पर पर्वतीय सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष सुमन पंत ने कहा कि हरेला लोक पर्व एक ऐसा पर्व है जिसमें सामाजिक समरसता के साथ ही प्रकृति प्रेम व पर्यावरण संरक्षण का संदेश समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को वृक्षारोपण करना चाहिये।
उपाध्यक्ष अमित भट्ट ने हरेला पर्व की महिमा का वर्णन करते हुये कहा कि हरेला सुख समृद्धि की कामना का पर्व है। खिलखिलाने का पर्व। दूसरों को खुश देखकर खुद खुश होने का पर्व है। पर्वतीय सांस्कृतिक समिति के सह-सचिव रविंद्र उनियाल ने कहा कि ेमूलतः कुमाऊं क्षेत्र में मनाये जाने वाला हरेला पर्व आज विश्वव्यापी है। यूं तो साल में तीन बार हरेला पर्व मनाया जाता है, लेकिन सावन मास की शुरुआत में मनाये जाने वाले इस पर्व का विशेष महत्व है। सावन यानी हरियाली की शुरुआत।
हरियाली यानी सुख-समृद्धि। इस शुरुआत पर हरेला का त्योहार मनाकर हम जहां अपने परिवेश में खुशहाली की कामना करते हैं, वहीं दूर देश में जा बसे अपने अपनों की भी समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। इस मौके पर पर्वतीय सांस्कृतिक समिति के महामंत्री कैलाश भंडारी, उपाध्यक्ष सुजान सिंह बिष्ट,अमित भट्ट व दीपा जोशी, कोषाध्यक्ष रितेश गौड़, सह सचिव रविंदर उनियाल, महावीर गुसाईं, एसपी बोटीयाल, प्रमोद डोभाल, दीपक नौटियाल, प्रदीप चंदेल, बलवंत रावत,रामेश्वर रावत ,धीरज बागड़ी, सपना सिंह ,प्रीति, बिज्मा, पिंकी शर्मा, स्नेहा रजनी नौटियाल, सुनीता, विमला आदि उपस्थित रहे। कई लोग मौजूद रहे।
दूसरी ओर, गंगा तट पर भी वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया गया। हरेला पर्व पर वन-विभाग की ओर से गंगा वाटिका की शुरूआत की गयी जिसमें कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद समेत अन्य लोगों ने वृक्षारोपण किया।